By Pooja Madame
About the book:
“अलफ़ाज़ यह ऐसी किताब हैं जो दर्शाती हैं प्यार , गम , ज़िन्दगी और ख़ुशी .” ज़िन्दगी वो लोकल की तरह हैं कभी तेज़ तो कभी स्लो हैं . चलनी मगर उसे हर रोज़ हैं . मन मैं हज़ार आशाएं लिए हर रोज़ तुझे दौड़ना हैं ,इस भीड़ भाड़ मैं शायद तू खुद को भूल गया हैं. कभी वक़्त मिले तो एक किताब का कागज़ लेना , दिल के हर राज़ उसमे खेद कर लेना . सुकून की नींद अब तुझे आणि हैं, सालो से दबे हुए अलफ़ाज़ अब बहार आने को हैं . अब वो लोकल की विंडो की सीट के पास जब भी बैठेगा तू , उस हवा के रुख मैं कुछ नशा सा होगा , होटों पे तेरे मुस्कान होगी अब कोई खालीपन सा ना होगा . कुछ ऐसा जादू “अलफ़ाज़ ” कर जाएगी .
About The Author:
Ms. Pooja Madame is from the city that never sleeps “Mumbai”. She had done her Post Graduation in Financial Markets (MBA), with this she believes that feelings that can’t be expressed can be put down in words to give that feeling a life to live. She has been a part of few Anthologies before but this would be her first Debut Book. On the other side she is also the Founder of “House of Talent’s”Open Mic. She further quotes that “the loudest and clear message that you can give is always through writings, so follow your passion because you never know what it has in store for you”.
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